लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है। लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है।
आंखों में नमी होंठों पर खुशी का एहसास है, बाकी सारी दुनिया लगती नहीं रास है जब तू मे आंखों में नमी होंठों पर खुशी का एहसास है, बाकी सारी दुनिया लगती नहीं रास ह...
में मानूं क्यूँ में ठानू क्यूँ जब दर्शन ना दे सकता तू सब बोलते हैं अंतर्यामी जब भाव धधकते ज्वाला से ... में मानूं क्यूँ में ठानू क्यूँ जब दर्शन ना दे सकता तू सब बोलते हैं अंतर्यामी जब ...
तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं। तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं।
अफसानों से परदा हटा दो प्यार को प्यार से मिला दो, धरती बन जायेगी खूबसूरत खुदा की हो अफसानों से परदा हटा दो प्यार को प्यार से मिला दो, धरती बन जायेगी खूबसूरत ...
अकेला हूँ एक मिलते ही, एक और एक ग्यारह हो जाओंगे अकेला हूँ एक मिलते ही, एक और एक ग्यारह हो जाओंगे